युवाओ की नई राजनीति जन्म ले रही है आए अपराध घोटाले भ्रस्टाचार को देखते है युवाशक्ति आज राजनैतिक अदूरदर्शिता और सामाजिक व राष्ट्रीय प्रतिवद्धता में कमी के चलते भारत की जो छवि बन रही है उससे हर देशवासी का मन विचलित होता जा रहा है अपराध घोटाले भ्रस्टाचार को देखते हुए युवा वर्ग सोचने को मजबूर होता जा रहा है क्या यही वही परम वैभव शाली भारत है जिसकी श्रेष्ठता के कई किस्से युवावर्ग सुनता आया है राजनैतिक दूरदर्शिता के अवभाव को देखते हुए युवाओ का नेतत्व करना होगा और विचार करना होगा की अक्साई चीन सिक्किम अरुणांचल' और तवांग हमारा है भारत का भू का कोई खंड अब स्वीकार्य नहीं होगा युवाओ को ही अंगे आना होगा